वॉल स्विच टेस्टिंग स्टैंडर्ड सर्विस लाइफ, इंसुलेशन रेजिस्टेंस और इलेक्ट्रिकल स्ट्रेंथ पर फोकस क्यों करते हैं?
वॉल स्विच टेस्टिंग स्टैंडर्ड मुख्य रूप से दो बातों पर फोकस करता है: वॉल स्विच की सर्विस लाइफ और उसका इंसुलेशन रेजिस्टेंस और इलेक्ट्रिकल ताकत। ये दोनों डाइमेंशन मिलकर प्रोडक्ट की विश्वसनीयता तय करते हैं।
लाइफस्पैन स्विच के लंबे समय तक, बार-बार इस्तेमाल के दौरान मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल ड्यूरेबिलिटी को दिखाता है, यह एक ऐसी बात है जिस पर इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज की ड्यूरेबिलिटी लाइफस्पैन टेस्टिंग में ज़ोर दिया जाता है।
इंसुलेशन रेजिस्टेंस स्विच की करंट लीकेज से बचाने की क्षमता और खुले होने पर इंसुलेशन लेयर की इंटीग्रिटी को मापता है। टेस्टिंग में अक्सर मेगाहोमीटर का इस्तेमाल करके लाखों ओम में रेजिस्टेंस को मापना शामिल होता है।
इलेक्ट्रिकल स्ट्रेंथ (जिसे वोल्टेज टेस्टिंग के तौर पर भी जाना जाता है) यह दिखाती है कि असामान्य वोल्टेज या बिजली के झटके के दौरान स्विच इंसुलेशन इंटीग्रिटी और स्ट्रक्चरल सेफ्टी बनाए रख सकता है या नहीं। एक आम स्टैंडर्ड यह है कि रेटेड वोल्टेज से एक मिनट ज़्यादा कई हज़ार वोल्ट के संपर्क में आने के बाद स्विच खराब नहीं होना चाहिए।
